केजरीवाल क्या मोदी का विकल्प नहीं, उन जैसे ही हैं?

अंग्रेज़ी के पैट्रीअटिज़्म शब्द को हिन्दी में देशभक्ति कहा जाता है. ऑक्सफ़ोर्ड डिक्शनरी के अनुसार किसी एक देश से प्रेम, उसके हित और रक्षा को देशभक्ति कहा गया है. लेकिन उसी डिक्शनरी में ब्रिटिश लेखक सैमुअल जॉनसन का एक कोट (उद्धरण) भी है. डॉ जॉनसन देशभक्त को अराजक और बलवाई कहते थे. वो कहते थे कि 'देशभक्ति लंपटों की आख़िरी शरणस्थली होती है'.


दिल्ली विधानसभा के चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को राष्ट्रवाद के मसले पर घेरा तो उन्होंने ख़ुद को 'कट्टर देशभक्त'बताया. उन्होंने कई बार कहा कि बीजेपी उन्हें आतंकवादी कह रही है लेकिन वो 'कट्टर देशभक्त' हैं. 11 फ़रवरी को चुनावी नतीजे आए और आम आदमी पार्टी को ज़बरदस्त जीत मिली तो पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने पार्टी दफ़्तर से अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल को 'कट्टर देशभक्त बताया.


यह वैसा ही है जैसे कोई आशिक़ घोषणा करे कि वो कट्टर आशिक़ है लेकिन क्या आशिक़ी और कट्टरता एक साथ रह सकती है? बीएचयू के हिन्दी विभाग के प्रोफ़ेसर आशीष त्रिपाठी कहते हैं, ''प्रेम करने वाला कट्टर नहीं हो सकता. वो चाहे देश से प्रेम करे या अपनी प्रेमिका से. या तो वो कट्टर होगा या प्रेमी. कट्टरता में हिंसा, प्रतिशोध और संकीर्णता की प्रधानता होती है बल्कि इसमें स्वयंभू बनने की भी मंशा होती है.''


नेहरू और गांधी की देशभक्ति और संघ के प्रमुख रहे गोलवलकर की देशभक्ति में फ़र्क़ था. गोलवलकर के राष्ट्रवाद को उनकी किताब 'बंच ऑफ थॉट्स' में पढ़ें तो काफ़ी कुछ समझ में आता है. गोलवलकर की देशभक्ति में हिंदू तौर-तरीक़ों को लेकर श्रेष्ठता का भाव है. दूसरी तरफ़ गांधी और नेहरू की देशभक्ति में विविधता और खुलापन है. संकीर्णता नहीं है. केजरीवाल ख़ुद को कट्टर देशभक्त कहते हैं तो उनकी कट्टरता गांधी और नेहरू की देशभक्ति की लाइन से बिल्कुल अलग हो जाती है.


बीएचयू में राजनीतिक विज्ञान के प्रोफ़ेसर आरपी पाठक कहते हैं कि इतालवी तानाशाह बेनितो मुसोलिनी भी ख़ुद को 'कट्टर देशभक्त' कहता था. प्रोफ़ेसर पाठक कहते हैं, ''एक कट्टर देशभक्त और एक कट्टर हिन्दू में कोई फ़र्क़ नहीं है क्योंकि एक कट्टर देशभक्त एक कट्टर हिन्दू भी हो सकता है. एक कट्टर ब्राह्मण भी हो सकता है. यह कट्टरता रुकती नहीं है.''